म्युचुअल फंड सही है! जी हाँ, आपने सही सुना। म्युचुअल फंड सही है यह लाइन आपने अक्सर सुनी होगी तथा अपने शहरों में इसकी पोस्टर भी देखे होंगे। आज हम इस आर्टिकल में आपको बताएंगे कि म्यूचुअल फंड क्या होता है? कितने प्रकार के होते हैं? इसमें कैसे पैसा लगता है? इसके क्या लाभ होते हैं ? इसमें सावधानियां क्या रखनी चाहिए? इत्यादि
सबसे पहले हम यह जानेंगे कि म्यूचुअल फंड क्या होता है?
म्युचुअल फंड वह फंड होता है जहां पर बहुत सारे निवेशक निवेश करने के लिए अपना पैसा जमा करते हैं। यह पैसा जहां जमा होता है उसे ऐसेट मैनेजमेंट कंपनी कहते हैं, जो आपके पैसे को विभिन्न योजनाओं में निवेश करता है। ऐसेट मैनेजमेंट कंपनी आपका पैसा विभिन्न म्युचुअल फंड स्कीम में लगाते हैं।
म्यूचुअल फंड कितने प्रकार के होते हैं ?
भारत में एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) के अनुसार म्युचुअल फंड मुख्य रूप से 3 प्रकार के होते हैं:-
1. इक्विटी या ग्रोथ फंड (Equity or Growth Fund)
इक्विटी फंड में ऐसेट मैनेजमेंट कंपनी अलग-अलग कंपनियों के शहर में निवेश करती हैं। लंबी अवधि के लिए इक्विटी फंड बहुत अच्छे माने जाते हैं और इनका मुख्य उद्देश्य पूंजी में वृद्धि करना होता है क्योंकि इसमें उच्च लाभ देने की संभावनाएं होती हैं।
2. आय या बॉन्ड या नियत आय फंड (Income or Bond or Fixed Income Fund)
इसमें ऐसेट मैनेजमेंट कंपनी गवर्नमेंट सिक्योरिटीज, बैंक बिल, ट्रेजरी बिल, कमर्शियल बिल में निवेश करती हैं । इसमें इक्विटी फण्ड की तुलना में कम आय वृद्धि होती है लेकिन निश्चित आय वृद्धि होती है।
3. हाइब्रिड फंड (Hybrid Fund)
इसमें इक्विटी फंड व फिक्स्ड इनकम फंड दोनों की विशेषताएं होती हैं तथा यह म्युचुअल फंड निवेश के लिहाजा से बहुत ही अच्छे माने जाते हैं।
ऊपर 3 के अलावा 2 और प्रकार होते हैं :-
4. समाधान परक स्कीम्स
जब सेवानिवृत्ति तथा बच्चों की पढ़ाई आदि को ध्यान में रखते हुएनिधि का निर्माण करते हैं तब हम समाधान पारक म्युचुअल फंड में निवेश करते हैं।
5. अन्य स्कीम्स
इनके अलावा जब हम इंडेक्स फंड और फंड ऑफ फंड जैसे अन्य म्युचुअल फंड में निवेश करते हैं तो ये अन्य स्कीम्स म्युचुअल फंड की श्रेणी में आते हैं।
म्युचुअल फंड में निवेश कैसे करें?
अब हम यहां पर यह जानेंगे कि म्यूचुअल फंड में निवेश कैसे करें? निवेश करने के लिए हमको निम्न स्टेप्स को फॉलो करना पड़ेगा
- केवाईसी
म्युचुअल फंड में निवेश के लिए सबसे पहले आपको केवाईसी करना होगा जिसके लिए निम्न डॉक्यूमेंट की जरूरत होती है:
पैन,
आधार,
मोबाइल नंबर,
ईमेल आईडी
बैंक अकाउंट डिटेल
भारत में म्युचुअल फंड के लिए दो जगह केवाईसी कर सकते हैं CAMS या KFintech। केवाईसी ऑफलाइन या ऑनलाइन दोनों तरीके से किया जा सकता है।ऑफलाइन केवाईसी को पेपर बेस्ट केवाईसी कहते हैं तथा ऑनलाइन केवाईसी को ई केवाईसी कहते हैं। - केवाईसी हो जाने के उपरांत आप फंड का सिलेक्शन कर ऑनलाइन ट्रांजैक्शन के माध्यम से आसानी से निवेश कर सकते हैं, परंतु मैं आपको यहां पर यह बताना चाहूँगा कि जब तक की आपको सटीक या अच्छी जानकारी ना हो तब तक फंड का चुनाव आपको स्वयं नहीं करना चाहिए। म्युचुअल फंड का चुनाव करने के लिए आपको एक्सपर्ट की राय या मदद लेनी चाहिए।
म्युचुअल फंड में निवेश के लिए आवश्यक शर्तें क्या हैं?
वैसे तो म्युचुअल फंड में निवेश के लिए कोई बंदिश नहीं है फिर भी म्युचुअल फंड में निवेश के लिए कुछ बातें जरूरी है जो निम्न में है:-
न्यूनतम ₹100 की धनराशि से कर सकते हैं ।
भारतीय और NRI दोनों म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं।
जीवनसाथी या बच्चों के नाम पर भी निवेश कर सकते हैं।
यदि आपका बच्चा नाबालिग है ( 18 वर्ष से कम), तो उसके नाम पर निवेश करते समय आपको अपनी जानकारी देनी होगी। इसमें माता या पिता किसी की भी जानकारी दी जा सकती है।
पार्टनरशिप कम्पनियाँ, एल एल पी , ट्रस्ट और कम्पनीज भी इनमें निवेश कर सकते हैं।
म्यूचुअल फंड निवेश में कौन-कौन से जोखिम शामिल हैं?
“म्यूच्यूअल फंड निवेश बाज़ार जोखिम के अधीन है”
‘म्यूच्यूअल फंड निवेश बाज़ार जोखिम के अधीन है’ ये लाइन आपने अवश्य सुनी या पढ़ी होगी।
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