आज के समय में जहां पर दुनिया डिजिटल हो गई है। समस्त लेनदेन ज्यादातर डिजिटल हो गए हैं, ऐसी स्थिति में स्ट्रांग पासवर्ड बनाना बहुत जरूरी है।
हैकर्स किसी भी ऑनलाइन खाते को हैक करने के लिए बहुत सारे सॉफ्टवेयर एवं कई तरीके यूज करते हैं परन्तु आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आने से पासवर्ड हैकर को पासवर्ड हैक करने में बहुत आसानी व सुविधा हो गई है। ऐसे में या जरूरी हो गया है कि हम अपने पासवर्ड को विशिष्ट बनाएं जिसे हैक करना हैकर्स के लिए या आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के लिए सरल ना हो। इस आर्टिकल में हम आपको स्ट्रांग पासवर्ड बनाने के लिए कुछ टिप्स और ट्रिक बताएंगे जो निश्चय ही आपको उपयोगी होगी I
1. पासवर्ड लम्बा हो
आपने सामान्य तौर से यह देखा होगा कि जब आप बैंक ईमेल आईडी या किसी अन्य का पासवर्ड बनाते हैं तो उसमें यह लिखकर आता है कि पासवर्ड आपका काम से कम 8 शब्द का होना चाहिए लेकिन आपको आठ शब्द का नहीं कम से कम 10 से 12 शब्द का पासवर्ड बनाना चाहिए।
2. स्ट्रांग पासवर्ड बनाने में विशिष्ट वर्ण का भी प्रयोग करें
पासवर्ड बनाने में अल्फाबेट के साथ-साथ विशिष्ट वर्ण भी प्रयोग करने चाहिए तथा वर्ण एवं अंक कम से कम दो-दो बार प्रयोग करने चाहिए। ज्यादा तर लोग विशिष्ट वर्ण में *, @, #, $, & का ही प्रयोग करते हैं, ऐसी स्थिति में हैकर्स के लिए आपके पासवर्ड को हैक करना आसान हो जाता है। आपको चाहिए कि *, @, #, $, & के स्थान पर अन्य विशिष्ट वर्णों का प्रयोग करके स्ट्रांग पासवर्ड बना सकते हैंI
3. पासवर्ड अपनी स्थानीय भाषा में बनायें
यदि आप पासवर्ड अपनी स्थानीय भाषा में बनाते हैं तो बहुत ही अच्छा होगा क्योंकि सामान्य तौर से पासवर्ड अंग्रेजी भाषा में ही बनाए जाते हैं। स्थानीय भाषा में बनाया गया पासवर्ड अत्यधिक स्ट्रांग पासवर्ड की श्रेणी में आता है।
4. अपनी व्यक्तिगत सूचनाओं को पासवर्ड में न रखें
पासवर्ड में कभी भी अपना नाम, लिंग, मोबाइल नंबर या जन्मतिथि इत्यादि नहीं रखना चाहिए क्योंकि ऐसे पासवर्ड का अनुमान लगाना बहुत आसान होता है। इस प्रकार से बनाया गया पासवर्ड बहुत साइबर सुरक्षा के अनुसार अच्छा नहीं माना जाता है।
5. अलग – अलग पासवर्ड बनायें
हर खाता, ईमेल आईडी, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जैसे कंप्यूटर मोबाइल लैपटॉप टैबलेट इत्यादि के लिए हमेशा अलग-अलग पासवर्ड बनाना चाहिए।
6. पासवर्ड बदलते रहना चाहिए
समय – समय पर महत्वपूर्ण पासवर्ड बदलते रहना चाहिए क्योंकि कभी-कभी होता है कि किसी कंप्यूटर या लैपटॉप पर लोगिन करने पर पासवर्ड स्वत से हो जाते हैं।
7. पासवर्ड गोपनीय रखें
अपना पासवर्ड कभी भी किसी को ना बताएं पासवर्ड को हमेशा गोपनी रखें क्योंकि पासवर्ड गोपनीय रखने की चीज है।
8. पासवर्ड का प्रबंधन सिर्फ एक ही व्यक्ति द्वारा करना चाहिए
कई बार ऐसा देखा गया है कि बैंक्स आदमी में खाते का संचालन एक से अधिक वित्त द्वारा किया जाता है ऐसी स्थिति में पासवर्ड का प्रबंधन सिर्फ एक ही व्यक्ति द्वारा करना चाहिए। यदि एक से अधिक व्यक्ति पासवर्ड का प्रबंधन करेंगे तो नुकसान होने की संभावना बढ़ जाती है।
9. पासवर्ड को कभी भी ऑनलाइन सेव करके ना रखें
बैंकिंग ट्रांजैक्शन या वित्तीय लेनदेन में प्रयोग किए जाने वाले पासवर्ड को कभी भी ऑनलाइन सेव करके ना रखें। ऑनलाइन सेव करना आपके लिए याद करने के लिहाज़ से तो सरल हो सकता है परंतु सुरक्षा के लिहाज से कतई नहीं सही है।
10. पासवर्ड विशिष्ट होना चाहिए
पासवर्ड विशिष्ट अर्थात यूनिक होना चाहिए जिसे गैस करना या हैक करना आसान ना हो।
11. पासवर्ड में डिक्शनरी का शब्द नहीं प्रयोग करना चाहिए
डिक्शनरी के किसी भी शब्द को पासवर्ड के रूप में उसे ना करें।
12. आम तौर से प्रचलित पासवर्ड ना बनाएं
कभी भी सामान्य या आम तौर से प्रचलित पासवर्ड ना बनाएं। जैसे सामान्य तौर से देखा गया है कि लोग 12345678 या ABCDEFGH या 1234ABCD या Abc@1234 का पासवर्ड बना लेते हैं। इस तरह से बनाए गए पासवर्ड बहुत आसानी से हैक और क्रैक किया जा सकते हैं। स्ट्रांग पासवर्ड को हैक करना हैकर्स के लिए सरल नहीं होता है।
13. स्ट्रांग पासवर्ड ही बनाना चाहिए
स्ट्रांग के साथ ही साथ पासवर्ड ऐसा होना चाहिए ऐसे होने चाहिए जो हमें याद रहे, लेकिन यदि आपको पासवर्ड याद नहीं रहता है, तो आपको घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि फॉरगेट पासवर्ड से आप अपना पासवर्ड आसानी से बदल सकते हैं। हमेशा स्ट्रांग पासवर्ड ही बनाना चाहिए।
“सरल नहीं स्ट्रांग पासवर्ड बनायें “
स्ट्रांग पासवर्तड के साथ ही साथ बायोमैट्रिक ऑथेंटिकेशन का यूज़ करें
ऊपर दिए गए बिंदुओं के अतिरिक्त आप अपने वित्तीय लेनदेन को और अधिक सुरक्षित करने के लिए बायोमैट्रिक ऑथेंटिकेशन का भी उपयोग कर सकते हैं। इसे उपयोग करना बहुत ही आसान है। हमारे पास उपलब्ध मोबाइल के माध्यम से बहुत आसानी से बायोमैट्रिक ऑथेंटिकेशन का उपयोग किया जा सकता है। बायोमैट्रिक ऑथेंटिकेशन से अच्छा पासवर्ड आज के समय में कोई भी नहीं है क्योंकि हर व्यक्ति का बायोमेट्रिक एक यूनिक होता है। किसी भी व्यक्ति का बायोमेट्रिक किसी दूसरे व्यक्ति से मैच नहीं करता है। स्ट्रांग पासवर्तड के साथ ही साथ बायोमैट्रिक ऑथेंटिकेशन का यूज़ आपको अत्मेंयधिक सुरक्षा प्रदान करता है। भारत में आधार कार्ड बायोमेट्रिक की ही सूचना के आधार पर बनाया गया है।
कहने का आशय यह है कि स्ट्रांग पासवर्ड के लिए सामान्य तौर से जो दिशा निर्देश बैंक्स आदि देती हैं जैसे “पासवर्ड में कम से कम एक अंग्रेजी बड़ा अक्षर, एक छोटा अक्षर, एक संख्या और एक विशेष वर्ण (!, @, #, $, %, आदि) शामिल करें”, उनका पालन करते हुए अपनी तरफ से एक विशिष्ट अर्थात यूनिक स्ट्रांग पासवर्ड बनाना चाहिए, जिसे हैक करना हैकर के लिए सरल ना हो और आपके लिए याद रखना आसान हो।
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