Great! खर्चों में कटौती कर बचत कैसे करें?

खर्चों में कटौती कर बचत करना हम सभी के लिए अहम है क्योंकि हम में से ज्यादातर लोग मध्यम आय वर्ग के परिवार से ताल्लुक रखते हैं। तो मैं यहां पर मध्यम आय वर्ग वाले परिवार के अनुसार ही यह बताऊँगा कि खर्चों में कटौती कर किस प्रकार से बचत की जा सकती है.

खर्चों में कटौती कर बचत कैसे करें?

बचत क्या होती है और क्यों जरूरी है? आज हम इस आर्टिकल में इसके बारे में विस्तार से जानेंगें |

इस आर्टिकल को पढ़ने वाला शायद ही कोई व्यक्ति होगा जो कोरोना महामारी एवं हम लोगों पर इसके बुरे प्रभाव से परिचित न हो। हम सभी ने वह दिन देखे हैं जब पूरे विश्व में लॉकडाउन लगा था। सभी दफ्तर, कारखाने, स्कूल, कामकाजी संस्थाएं एवं इन्वेस्टमेंट ऑफिस इत्यादि बंद थे। वर्क फ्रॉम होम की सुविधा पाने वालों को छोड़कर सभी लोग प्रभावित हुए थे। बहुत लोगों की रोजी-रोटी, खाने कमाने के साधन छिन गए थे। ऐसे में वह लोग अच्छे से सरवाइव कर ले गए, जिनके पास मूलभूत सुविधाओं को पूर्ण करने के लिए साधन उपलब्ध थे या यह कहें जिनके पास धन उपलब्ध था या जिनके पास बचत थी।

बचत क्या होती है?

यह धन आया कहां से? संभव सी बात है कि जिन लोगों ने इसे पहले से थोड़ा-थोड़ा इकट्ठा किया हुआ होगा उसी से यह बचा होगा। यहीं से आपके बचत की शुरुआत होती है। अर्थात बचत क्या होती है? तो अब हम आपको बचत के बारे में बताते हैं। अपनी रोजमर्रा के खर्चों को अपनी आमदनी से घटाने के बाद जो बचता है, उसे बचत कहते हैं। सामान्य रूप से यह मासिक आधार पर समझाना ज्यादा सरल होता है।

जैसे आपकी मासिक आमदनी ₹10000 है और आपका महीने भर का खर्च का हिसाब निम्न है:-

दूध व भोजन आदि पर ₹3000, मकान किराया व बच्चों की फीस पर ₹5000, आने-जाने व बीमारी आदि का खर्चा ₹1000, शेष बचा ₹1000। यह जो शेष बचा ₹1000 है यही आपकी बचत है।

बचत कैसे की जाए?

हम सभी ने लोगों को अक्सर यह कहते सुना होगा, क्या करें पैसा बचता ही नहीं। बचत हो ही नहीं पाती है। तो मैं आप सभी को बता दूं बचत कभी होती नहीं है बचत करनी पड़ती है। जैसे हम खाना खाकर अपनी भूख को मिटाते हैं। ठीक उसी प्रकार हम आमदनी में से पैसा बचाकर बचत कर सकते हैं। प्रसिद्ध विश्व निवेशक वारेन बफेट के अनुसार खर्च करने के बाद जो बचा है उसे मत बचाओ बल्कि बचाने के बाद जो बचा है उसे खर्च करो।

बचत वह नहीं है जो आपकी आमदनी से खर्च निकालने के बाद बच्चे, वास्तव में बचत वह है जो आपकी आमदनी में से पहले से निकालकर अलग रखना फिर खर्च करें।

खर्चें

हम में से ज्यादातर लोग मध्यम आय वर्ग के परिवार से ताल्लुक रखते हैं। तो मैं यहां पर मध्यम आय वर्ग वाले परिवार के अनुसार ही बचत करने के तरीके बताऊंगा। यदि हमारी आमदनी प्रति माह  ₹10000 है और यह सभी ₹10000 में से आपकी कुछ भी बचत नहीं हो पा रही है। तो सबसे पहले आप अपने महीने भर के खर्च एक डायरी पर नोट कर लें। प्रतिदिन आप यह नोट करें कि किस-किस चीज पर कितना-कितना खर्च हुआ है। इस प्रकार आपको महीने भर में होने वाले खर्चों का सटीक अनुमान हो जाएगा। यह प्रक्रिया दो से तीन महीने करें। तत्पश्चात आप पाएंगे कि आपकी आमदनी का पैसा कहां-कहां खर्च हो रहा है। आप अपने खर्चों का विश्लेषण करेंगे तो पाएंगे कि कुछ खर्च ऐसे हैं, जिन्हें आप कम कर सकते हैं या जिनमें आप कटौती कर सकते तथा कुछ खर्च ऐसे हैं जो आप बिल्कुल समाप्त कर सकते हैं।

एक आम आदमी के महीने भर के खर्चे निम्न होते हैं:-

  1. घर के राशन का सामान
  2. घर का किराया या मकान की इ एम आई
  3. यूटिलिटी बिल का भुगतान
  4. बच्चों की पढ़ाई
  5. स्वास्थ्य बीमा
  6. आने-जाने या यातायात पर खर्च
  7. दूध सब्जी डेली खर्च
  8. फिल्म देखना
  9. पार्लर जाना
  10. शॉपिंग या बाहर खाना खाना

खर्च दो प्रकार के होते हैं:-

जरूरी और गैर जरूरी।

जरूरी खर्च वो खर्च होते हैं जिनके बिना आपका जीवन ही चल ही नहीं सकता है। गैर जरूरी खर्च वह खर्च होते हैं जिनसे आपको खुशी व आनंद मिलता है।

उपरोक्त संभावित खर्चों को जब जरूरी और गैर जरूरी में बाटेंगे तो आप पाएंगे कि 1, 2, 3, 4, 5,6 व 7 जरूरी खर्च हैं तथा शेष 8, 9 व 10 खर्च गैर जरूरी खर्च हैं।

खर्चे कम करने के उपाय

जरूरी खर्चे में घर का राशन, दूध व सब्जी के खर्चों को आप निम्न पद्धति द्वारा कम कर सकते हैं:-

पूरे महीने का राशन व खाद्य सामग्री एक बार में लें। कुछ खाद्य सामग्री जैसे गेहूं, चावल, चना, तेल, आलू, प्याज़ और लहसुन आदि जो जल्दी खराब होने वाली नहीं है, उन्हें शहर के आसपास के गांव में लगने वाली साप्ताहिक बाजार से पूरे वर्ष के लिए ले सकते हैं। इससे न सिर्फ पैसा बचेगा बल्कि मिलावट रहित सामग्री भी आपको मिलेगी। जिससे आपका स्वास्थ्य भी अच्छा रहेगा और स्वास्थ्य पर पैसा कम खर्च होगा।

सब्जी हमेशा साप्ताहिक लगने वाली बाजार से खरीदें। फेरी वाले से सब्जी खरीदना अवॉइड करें क्योंकि फेरी वाला महंगी सब्जी देता है और उसकी सब्जी उतनी फ्रेश भी नहीं होती है।

पैकेट वाले दूध के स्थान पर डेरी से दूध लें। डेरी से लिया हुआ दूध पैकेट वाले दूध से सस्ता पड़ता है और डेरी वाले दूध में कोई preservator भी नहीं होते हैं।

अपने व्यक्तिगत वाहन के स्थान पर पब्लिक ट्रांसपोर्ट का प्रयोग करें या शेयरिंग भी कर सकते हैं। इसमें किराया कम पड़ता है तथा दैनिक खर्च भी काम पड़ता है। जब आपकी गाड़ी कम चलेगी तो उसके मेंटेनेंस पर भी परिणाम स्वरुप खर्चा कम आएगा।

गैर जरूरी खर्च जिनसे हमें खुशी एवं आनंद मिलता है, उनकी फ्रीक्वेंसी कम करें। यदि आप महीने में एक बार फिल्म देखने, शॉपिंग करने या बाहर खाना खाने जाते हैं। तो आप उन्हें महीने में बाँट कर  अपने शौक पूरा कर सकते हैं। जैसे यदि इस माह फिल्म देखी गई है तो इस माह और कोई गैर  जरूरी खर्च न करें। अगले माह शॉपिंग करें तथा उसके अगले माह बाहर खाना खाने जाएँ। इससे आपके गैर जरूरी खर्चों पर नियंत्रण होगा और आपकी बचत होगी।

एक अनुमान के अनुसार यह पाया गया है कि यदि आप परिवार के साथ किसी अच्छे रेस्टोरेंट में  खाना खाने जाते हैं तो उसे एक समय के खाने पर आने वाला खर्च आपके एक सप्ताह के घर के खाने के बराबर होता है।

इस प्रकार आप अपने गैर जरूरी खर्चो को में एक तिहाई की कटौती बड़े आराम से कर सकते हैं। जिससे 33% पैसों की बचत आपको प्रतिमा कर सकते हैं।

इसके अलावा जिस स्तर का सामान आप उपयोग करते हैं उसके स्तर में भी थोड़ी कटौती कर आप अन्य ब्रांड का समान या अन्य समक्ष ब्रांड का सामान लेकर कर सकते हैं| इससे आपके रहन-सहन पर खर्च होने वाले पैसों की आसानी से बचत हो सकती है|

यदि आप किराए के मकान में किसी ऐसे एरिया में रह रहे हैं जहां पर महंगाई है या जहां का जीवन स्तर ऊंचा है तो आप उससे थोड़े से नीचे स्तर वाले एरिया में रह सकते हैं। जहां पर आपका पैसा बच सकता है।

 “खर्च घटायें बचत बढायें”

बचत की शुरुआत कैसे की जाए?

यदि आप माह में कुछ भी बचत नहीं कर रहे हैं तो आप आज अभी से जब आर्टिकल पढ़ लें तो उसके तत्काल बाद न्यूनतम ₹500 की बचत करें| इस ₹500 को गुल्लक में डाल दें और स्वयं में यह  विश्वास या प्रण करें कि आज से मैं प्रति महीने कम से कम ₹500 की बचत अनिवार्य रूप से करूंगा|  यह बचत का पैसा उस दिन आप गुल्लक में डाल दें जिस दिन आपको सैलरी मिले क्योंकि जिस दिन सैलरी मिलती है उस दिन आपके पास पैसा अवश्य होता है | फिर आप देखेंगे कि धीरे-धीरे छोटी सी बचत 1 वर्ष में ₹6000 बन जाएगी| यह छोटी सी बचत आपकी इमरजेंसी में अति उपयोगी होगी|

बचत का पैसा कहां रखें?

अब प्रश्न आता है की बचत का पैसा कहां रखें | तो हम बचत का पैसा दो जगह रह सकते हैं | या तो हम घर में रख सकते हैं या घर से बाहर रख सकते हैं| जब घर की बात आती है तो बचपन से ही हमने देखा है कि हम घर में अपने गुल्लक आदि में पैसा डालते थे| और ये हमारा पैसा सुरक्षित रहता था| तो ऐसा ही कोई साधन अपना कर आप अपने पैसे को घर पर भी सुरक्षित रख सकते है|

लेकिन यहां पर घर में पैसा रखने के कुछ नुकसान भी हैं | जैसे आप बचत में अनुशासन नहीं रख पाएंगे | थोड़ी सी भी विषम परिस्थिति आएगी तो आप तुरंत उसे पैसे को यूज़ कर लेंगे |

जब बात घर से बाहर पैसे रखने की आती है तो इसमें सबसे प्रचलित तरीका बैंक है| बैंक में पैसा रखने से आपमें अनुशासन आएगा | आप हर माह पैसा जमा करेंगे और साथ ही साथ बैंक में पैसा जमा करने से उस पर ब्याज भी मिलता है, जिससे हमारी बचत भी बढ़ती रहती है | जबकि घर पर रखे गए पैसे में किसी भी प्रकार की अतिरिक्त बढ़ोतरी नहीं होती है |

बचत कहां करें?

जो लोग पहली बार बचत करने जा रहे हैं, उनके लिए सबसे बड़ा प्रश्न होता है कि हम बचत कहां करें क्योंकि उन्हें बचत के बारे में कोई जानकारी नहीं होती है | बचत के लिए निम्न जगह कर सकते हैं:-

1. बचत खाता में पैसा जमा करके

इसमें बैंक या पोस्ट ऑफिस में बचत खाता खोल करके हर माह पैसा जमा करके अपनी बचत करते हैं।

2. आर डी खाता खोलकर पैसा जमा करते हैं

इसमें प्रत्येक प्रत्येक महीना एक निश्चित धनराशि जमा करनी होती है।

बचत खाता और आर डी खाता में यह अंतर है कि बचत खाते में आप कभी भी किसी भी समय कितनी भी धनराशि जमा कर सकते हैं जबकि आर डी खाते में आपको निश्चित तिथि में एक निश्चित धनराशि जमा करनी होती है

3. फिक्स्ड डिपॉजिट करके

इसमें हम धनराज धनराशि एक निश्चित समय के लिए जमा करते हैं जिस पर बैंक हमें एक निश्चित ब्याज दर प्रदान करती है इसमें प्राप्त होने वाले लाभ निश्चित होते हैं रोड आर डीडी खाता हुआ फिश डिपॉजिट खाते में यह अंतर होता है कि रोड खाता में आप बार-बार पैसा जबकि फिक्स डिपाजिट खाते में एक बार ही पैसा एक निश्चित समय के लिए जमा किया जाता है |

बचत के अन्य तरीके

4. शेयर बाजार में

5. म्युचुअल फंड में

6. किसान विकास पत्र

7. राष्ट्रीय पेंशन स्कीम (एनपीएस)

8. सरकारी बचत पत्र या बांड

9. पीपीएफ

10. राष्ट्रीय बचत पत्र (एनएससी)

11. सुकन्या समृद्धि योजना

12. बीमा योजना

13. पेंशन योजना

14. सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम

15. टैक्स सेविंग एफडी

16. महिला सम्मान बचत पत्र

17. इपीएफ

18. यूलिप

19. इ एल एस एस

इसके अलावा बहुत सारी Savings की योजनाएं उपलब्ध है। जिनमें आप अपना पैसा जमा कर सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए आप अपने नजदीक के किसी भी बैंक में जाकर के बचत के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं या लिंक पर क्लिक करें।

लाभ

उपरोक्त के माध्यम से बचत करने से हमें कई लाभ प्राप्त होते हैं जो घर में पैसा रखने से नहीं होते हैं |

#1. अनुशासन आता है

उपरोक्त किसी भी योजना में पैसा जमा करने से हम मानसिक रूप से एक नियमित अंतराल पर पैसा जमा करने के लिए तैयार रहते हैं, जो बचत में अनुशासन को जन्म देता है और उसे बनाए रखता है |

#2. धन वृद्धि होती है

हमारे द्वारा जमा किए गए पैसे पर ब्याज प्राप्त होता है जिसके कारण से हमें हमारी बचत से ज्यादा पैसा प्राप्त होता है |

#3. लोन आसानी से मिल जाता है

खर्चों में कटौती कैसे करें

बचत करने से आपकी साख या क्रेडिट का निर्माण होता है | यदि आपका पैसा बैंक आदि में जमा होता है तो क्रेडिट बनती है | जिसके आधार पर तत्काल आवश्यकता पड़ने पर अत्यंत कम ब्याज पर लोन मिल जाता है | जिसे आप आसान किस्तों में चुका भी सकते हैं और आपकी बचत यथावत बरक़रार रहती है |

इस प्रकार आपने बचत के बारे में विस्तार से जाना | मुझे आशा ही नहीं वरन संपूर्ण विश्वास भी है कि इस जानकारी से आप यह जान गए होंगे कि बचत क्या होती है और क्यों जरूरी है? मैं यह भी आशा करता हूँ कि आप उपरोक्त जानकारी से जरूर लाभ उठायेंगे |

अधिक जानकारी के लिए यहाँ क्लिक करें।

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