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Ultra Short Duration Fund एफडी (FD) से बेहतर निवेश का ऑप्शन

Ultra Short Duration Fund एक प्रकार का Debt म्यूचुअल फंड है. यह फण्ड मुख्य रूप से अल्पकालिक फाइनेंशियल इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश करता है.

Ultra Short Duration Fund

इस फंड की अवधि 3 से 6 माह होती है. यह फंड उन निवेशकों के लिए उपयुक्त होता है जो कम समय के लिए निवेश के माध्यम से अपने फण्ड पर अच्छा और अपेक्षाकृत सुरक्षित रिटर्न प्राप्त करना चाहते हैं.

Table of Contents

Ultra Short Duration Fund की प्रमुख्य विशेषताएं:

Ultra Short Duration Fund की प्रमुख्य विशेषताएं निम्नवत हैं:-

Ultra Short Duration Fund

1. इन्वेस्टमेंट टेन्योर :

Ultra Short Duration Fund अल्ट्रा शॉर्ट ड्यूरेशन फंड की औसतन निवेश अवधि 3 से 6 माह होती है. इसका अर्थ यह है कि यह फंड मुख्य रूप से उन इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश करता है जिनकी मैचोरिटी अवधि 3 से 6 माह होती है.

शॉर्ट ड्यूरेशन का निवेश होने के कारण ब्याज दरों में होने वाले उतार-चढ़ाव का इस फंड के मूल्य पर बहुत अधिक प्रभाव नहीं पड़ता है.

2. इन्वेस्टमेंट इंस्ट्रूमेंट्स:

Ultra Short Duration Fund मुख्य रूप से मनी मार्केट इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश करते हैं.  मनी मार्केट इंस्ट्रूमेंट्स के अंतर्गत ट्रेजरी बिल्स (T-Bills), कमर्शियल पेपर (CP), सर्टिफिकेट ऑफ डिपॉजिट (CD), और अल्पकालिक कॉर्पोरेट बॉन्ड्स आते हैं.

उपरोक्त के अतिरिक्त कुछ अल्ट्रा शॉर्ट ड्यूरेशन फंड उच्च रेटिंग वाली कॉर्पोरेट प्रतिभूतियों में भी निवेश किया जा सकता है जहाँ तुलनात्मक रूप से थोड़ा अधिक रिटर्न प्राप्त होने सम्भावना रहती है.

3. रिस्क प्रोफाइल:

Ultra Short Duration Fund  का रिस्क प्रोफाइल लिक्विड फंड और शॉर्ट टर्म फंड के मध्य होता है. यह फण्ड लिक्विड फंड से थोड़ा अधिक जोखिमपूर्ण होता है, परन्तु शॉर्ट टर्म फंड से थोड़ा कम जोखिमपूर्ण होता है.

इनके इन फंड्स के ऊपर बाजार जोखिम और ब्याज दर के उतार-चढ़ाव का प्रभाव न्यूनतम होता है क्योंकि ये फंड मुख्य रूप से अल्पकालिक डेट (Debt) इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश करते हैं.

4. लिक्विडिटी:

निवेशक अपनी जरूरतों के अनुसार किसी भी समय अपने निवेश को रिडीम कर सकते हैं. अर्थात Ultra Short Duration Fund  में उच्च लिक्विडिटी होती है.

यहाँ यह ध्यान रखना चाहिए कि यदि निवेशक बहुत कम समय के लिए निवेश कर रहे हैं, तो एग्जिट लोड और टैक्स पर विचार करना अत्यधिक महत्वपूर्ण है.

5. रिटर्न :

Ultra Short Duration Fund सामान्य तौर पर बचत खाता और फिक्स्ड डिपॉजिट की तुलना में थोड़ा अधिक रिटर्न प्रदान करते हैं.

6. सुटेबिलिटी :

Ultra Short Duration Fund उन निवेशकों के लिए एक अच्छा आप्शन है जो अपने फंड को कम समय के लिए पार्क करना चाहते हैं. ऐसा कोई निवेशक तब करता है जब तक कि वह निवेशक लंबी अवधि के निवेश के लिए निर्णय न लें.

उपरोक्त के साथ ही Ultra Short Duration Fund उन निवेशकों के लिए भी उपयुक्त हैं जो अल्पकालिक निवेश (3-6 महीने) करना चाहते हैं एवं जो अपने धन पर स्थिर और अपेक्षाकृत सुरक्षित रिटर्न की आशा करते हैं.

7. टैक्सेशन:

Ultra Short Duration Fund एक प्रकार का डेट म्यूच्यूअल फण्ड होता है इसलिए इस पर मिलने वाला लाभ Debt म्यूच्यूअल फंड के टैक्स नियमों के अंतर्गत टैक्सेबल होता है. जिसका विवरण निम्नवत है:

यदि निवेश एक वर्ष से कम अवधि के लिए है, तो उस पर शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन टैक्स लगेगा.

और एक वर्ष से अधिक अवधि के निवेश पर लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स की दर से टैक्स लगेगा.

Ultra Short Duration Fund में निवेश के लाभ :

1. कम जोखिम:

अल्पकालिक निवेश अवधि के कारण, ब्याज दर में बदलाव का इस फंड पर प्रभाव न्यूनतम होता है, जिससे यह अपेक्षाकृत सुरक्षित होता है.

2. हाई लिक्विडिटी:

निवेशक अपनी आवश्यकता के अनुसार किसी भी समय अपने निवेश को कैश कर सकते हैं.

3. बेहतर रिटर्न:

ये फण्ड बचत खाते और लिक्विड फंड की तुलना में थोड़े अधिक रिटर्न प्राप्त करने का अवसर प्रदान करते हैं.

4. फ्लेक्सिबिल्टी :

यह फण्ड अल्पकालिक निवेश के लिए उपयुक्त है. यह उन निवेशकों के लिए आदर्श इंस्ट्रूमेंट्स बनता है जो अपने निवेश को लचीला बनाना चाहते हैं.

Ultra Short Duration Fund में निवेश से पहले ध्यान देने योग्य बातें:

1. रिस्क फैक्टर :

यद्यपि Ultra Short Duration Fund अपेक्षाकृत सुरक्षित होते हैं, फिर भी इनमें क्रेडिट रिस्क (डिफॉल्ट जोखिम) और ब्याज दर जोखिम निहित होता है.

2.रिडेम्पशन और एग्जिट लोड:

कुछ फंड्स में अल्पकालिक अवधि के लिए रिडेम्पशन पर एग्जिट लोड लागू हो सकता है. निवेशक को इसे ध्यान से देखना चाहिए, जिससे उसे हानि न हो.

3.रिटर्न की गारंटी नहीं:

बाजार से जुड़े होने के कारण इन फंड्स में निवेश करने पर रिटर्न की गारंटी नहीं होती है.

Ultra Short Duration Fund की अन्य फंड्स से Comparison

Ultra Short Duration Fund

अल्ट्रा शॉर्ट ड्यूरेशन फंड (Ultra Short Duration Fund) एक लोकप्रिय Debt म्यूचुअल फंड श्रेणी है जो अल्पकालिक निवेश के लिए उपयुक्त है. एक अच्छी समझ के लिए इसकी तुलना समान प्रकार के अन्य फंड्स से करना बहुत जरूरी है. हम यहाँ पर इसकी तुलना लिक्विड फंड, मनी मार्केट फंड और शॉर्ट ड्यूरेशन फंड से करेंगे, जिससे आप  इसके विभिन्न पहलुओं को बेहतर तरीके से समझ सकें.

1. अल्ट्रा शॉर्ट ड्यूरेशन फंड vs लिक्विड फंड

फीचरफण्ड
अल्ट्रा शॉर्ट ड्यूरेशन फंडलिक्विड फंड
इन्वेस्टमेंट टेन्योर3 से 6 माहअधिकतम 91 दिन
रिस्क लेवललिक्विड फंड से थोड़ा अधिकबहुत कम
रिटर्नलिक्विड फंड से अधिकबचत खातों से थोड़ा अधिक
लिक्विडिटीअच्छी, लेकिन लिक्विड फंड से कमबहुत उच्च (लगभग दैनिक)
सुटेबिलिटी3-6 महीने के निवेश के लिए1-3 महीने के अल्पकालिक निवेश के लिए
एग्जिट लोडकुछ फंड्स में हो सकता हैकुछ फंड्स में हो सकता है
Ultra Short Duration Fund vs Liquid Fund

अल्ट्रा शॉर्ट ड्यूरेशन फंड लिक्विड फंड की तुलना में थोड़ा अधिक रिटर्न प्रदान करते हैं, लेकिन उनका जोखिम भी थोड़ा अधिक होता है. यदि निवेशक 3 महीने से अधिक समय के लिए निवेश करना चाहते हैं और थोड़ा अधिक रिटर्न की उम्मीद रखते हैं, तो अल्ट्रा शॉर्ट ड्यूरेशन फंड बेहतर विकल्प हो सकता है. वहीँ दूसरी ओर लिक्विड फंड उन निवेशकों के लिए बेहतर होते हैं, जो बहुत अल्पकालिक अवधि (1-3 महीने) के लिए निवेश करना चाहते हैं.

2. अल्ट्रा शॉर्ट ड्यूरेशन फंड vs मनी मार्केट फंड

फीचरफण्ड
Ultra Short Duration FundMoney Market Fund
इन्वेस्टमेंट टेन्योर3 से 6 महीनेअधिकतम 1 वर्ष
रिस्क लेवलमनी मार्केट फंड के समानकम जोखिम
रिटर्नमनी मार्केट फंड के समान या थोड़ा अधिकस्थिर, लिक्विड फंड से अधिक
लिक्विडिटीअच्छीअच्छी
सुटेबिलिटी3-6 महीने के निवेश के लिए6-12 महीने के निवेश के लिए
एग्जिट लोडकुछ फंड्स में हो सकता हैबहुत कम या नहीं
Ultra Short Duration Fund vs Money Market Fund

अल्ट्रा शॉर्ट ड्यूरेशन फंड और मनी मार्केट फंड दोनों ही अल्पकालिक निवेश के लिए अच्छे हैं. अल्ट्रा शॉर्ट ड्यूरेशन फंड में मनी मार्केट फंड के समान जोखिम होता है, लेकिन वे कभी-कभी थोड़ा अधिक रिटर्न प्रदान कर सकते हैं. मनी मार्केट फंड उन निवेशकों के लिए उपयुक्त हैं जो 6 महीने से 1 वर्ष तक निवेश करना चाहते हैं, जबकि अल्ट्रा शॉर्ट ड्यूरेशन फंड उन लोगों के लिए बेहतर होते हैं जो 3-6 महीने के निवेश की योजना बना रहे हैं.

3. अल्ट्रा शॉर्ट ड्यूरेशन फंड vs शॉर्ट ड्यूरेशन फंड

फीचरफण्ड
Ultra Short Duration FundShort Duration Fund
इन्वेस्टमेंट टेन्योर3 से 6 महीने1 से 3 वर्ष
रिस्क लेवलशॉर्ट ड्यूरेशन फंड से कमअधिक (ब्याज दर में परिवर्तन का जोखिम)
रिटर्नशॉर्ट ड्यूरेशन फंड से कमअधिक, लेकिन जोखिम भी अधिक
लिक्विडिटीअच्छीअच्छी, लेकिन अल्ट्रा शॉर्ट से कम
सुटेबिलिटी3-6 महीने के निवेश के लिए1-3 वर्ष के मध्यम अवधि के निवेश के लिए
एग्जिट लोडकुछ फंड्स में हो सकता हैकुछ फंड्स में हो सकता है
Ultra Short Duration Fund vs Short Duration Fund

शॉर्ट ड्यूरेशन फंड लंबी अवधि के निवेश के लिए उपयुक्त होते हैं और आमतौर पर अल्ट्रा शॉर्ट ड्यूरेशन फंड से अधिक रिटर्न प्रदान करते हैं. हालांकि, उनके साथ ब्याज दर में बदलाव के कारण अधिक जोखिम भी होता है. अल्ट्रा शॉर्ट ड्यूरेशन फंड उन निवेशकों के लिए उपयुक्त होते हैं जो कम अवधि (3-6 महीने) के लिए निवेश करना चाहते हैं और जो कम जोखिम लेना चाहते हैं.

सार रूप में मुख्य तुलनात्मक निष्कर्ष:

• अल्ट्रा शॉर्ट ड्यूरेशन फंड उन निवेशकों के लिए उपयुक्त होते हैं जो अल्पकालिक (3-6 महीने) के लिए थोड़ा अधिक रिटर्न प्राप्त करना चाहते हैं, लेकिन जोखिम स्तर को कम रखना चाहते हैं.

• लिक्विड फंड उन लोगों के लिए बेहतर होते हैं जो बहुत कम अवधि (1-3 महीने) के लिए सुरक्षित निवेश करना चाहते हैं.

• मनी मार्केट फंड उन निवेशकों के लिए सही हैं जो 6-12 महीने के लिए निवेश करना चाहते हैं और स्थिर रिटर्न की तलाश में हैं.

• शॉर्ट ड्यूरेशन फंड 1-3 वर्ष के लिए निवेश करने वाले और अधिक रिटर्न की उम्मीद करने वाले निवेशकों के लिए उपयुक्त होते हैं, हालांकि यह अधिक जोखिम के साथ आता है.

निष्कर्ष :

अल्ट्रा शॉर्ट ड्यूरेशन फंड उन निवेशकों के लिए एक आदर्श आप्शन हो सकता है जो अपने अल्पकालिक निवेश पर स्थिर रिटर्न की उम्मीद करते हैं. निवेशकों को अपनी वित्तीय स्थिति, निवेश उद्देश्यों और जोखिम सहनशीलता के आधार पर इस फंड में निवेश का निर्णय लेना चाहिए.

अंततः, किसी भी फंड में निवेश करने से पहले निवेशकों को अपनी निवेश अवधि, जोखिम सहनशीलता, और वित्तीय लक्ष्यों का मूल्यांकन करना चाहिए. अल्ट्रा शॉर्ट ड्यूरेशन फंड उन लोगों के लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है जो अपनी निवेश रणनीति में स्थिरता और थोड़े अधिक रिटर्न की उम्मीद रखते हैं.

Ultra Short Duration Fund से सम्बंधित अक्सर पूंछे जाने वाले प्रश्न FAQs

प्रश्न : अल्ट्रा शॉर्ट ड्यूरेशन फंड में निवेश क्यों करें?

उत्तर: जब कोई निवेशक अपने फण्ड को कुछ महीनों के लिए निवेश करना चाहते हैं और सेविंग अकाउंट या फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) से ज्यादा रिटर्न की चाहता है, तो अल्ट्रा शॉर्ट ड्यूरेशन फंड एक अच्छा विकल्प हो सकता है. यह फंड लिक्विडिटी और कम रिस्क के साथ स्थिर रिटर्न देने में सक्षम है.

प्रश्न : क्या अल्ट्रा शॉर्ट ड्यूरेशन फंड से प्राप्त रिटर्न पर TDS (Tax Deduction at Source) लगता है?

उत्तर: नहीं, अल्ट्रा शॉर्ट ड्यूरेशन फंड से प्राप्त रिटर्न पर TDS नहीं लगता. हालांकि, निवेशकों को फंड से प्राप्त आय को अपने वार्षिक आयकर रिटर्न में घोषित करना होता है और उस पर टैक्स का भुगतान करना होता है. टैक्स की दर निवेश की अवधि और निवेशक के आयकर स्लैब पर निर्भर करती है.

प्रश्न : क्या अल्ट्रा शॉर्ट ड्यूरेशन फंड्स में निवेश की कोई लॉक-इन अवधि होती है?

उत्तर: नहीं, अल्ट्रा शॉर्ट ड्यूरेशन फंड्स में कोई लॉक-इन अवधि नहीं होती. आप किसी भी समय अपने निवेश को रिडीम कर सकते हैं. हालांकि, कुछ फंड्स में एक छोटी अवधि के लिए एग्जिट लोड लागू हो सकता है, इसलिए निवेश से पहले इस बारे में जानकारी प्राप्त करें.

प्रश्न : अल्ट्रा शॉर्ट ड्यूरेशन फंड में रिस्क कितना होता है?

उत्तर: अल्ट्रा शॉर्ट ड्यूरेशन फंड अपेक्षाकृत कम रिस्क वाले होते हैं क्योंकि ये कम अवधि के लिए डेट इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश करते हैं. हालांकि, इनमें ब्याज दर के उतार-चढ़ाव और क्रेडिट रिस्क शामिल हो सकते हैं, लेकिन ये रिस्क सामान्यत: लिक्विड फंड या मनी मार्केट फंड से थोड़े अधिक होते हैं.

प्रश्न : अल्ट्रा शॉर्ट ड्यूरेशन फंड के रिस्क को कैसे कम किया जा सकता है?

उत्तर: अल्ट्रा शॉर्ट ड्यूरेशन फंड के रिस्क को कम करने के लिए, एक अच्छी तरह से शोधित और विविध फंड चुनें. फंड की क्रेडिट क्वालिटी, पोर्टफोलियो की विविधता और फंड मैनेजर के प्रदर्शन का विश्लेषण करें. इसके अलावा, फंड की मैच्योरिटी अवधि और ब्याज दर के प्रभाव को भी समझें.

प्रश्न : क्या अल्ट्रा शॉर्ट ड्यूरेशन फंड में नुकसान हो सकता है?

उत्तर: हाँ, अल्ट्रा शॉर्ट ड्यूरेशन फंड्स में नुकसान का रिस्क होता है, हालांकि यह रिस्क अपेक्षाकृत कम होता है. फंड में निवेशित सिक्योरिटीज़ की क्रेडिट क्वालिटी, ब्याज दरों में अचानक बदलाव, और मार्केट कंडीशन्स निवेश के रिटर्न को प्रभावित कर सकते हैं. फिर भी, इनके रिस्क इक्विटी फंड्स और दीर्घकालिक डेट फंड्स की तुलना में काफी कम होते हैं.

प्रश्न : अल्ट्रा शॉर्ट ड्यूरेशन फंड में न्यूनतम निवेश राशि कितनी होती है?

उत्तर: अल्ट्रा शॉर्ट ड्यूरेशन फंड में न्यूनतम निवेश राशि फंड हाउस के अनुसार भिन्न होती है. आमतौर पर, आप ₹500 से ₹5000 के बीच न्यूनतम राशि के साथ निवेश शुरू कर सकते हैं. SIP (सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) के माध्यम से भी निवेश कर सकते हैं.

प्रश्न : क्या अल्ट्रा शॉर्ट ड्यूरेशन फंड में निवेश करना सुरक्षित है?

उत्तर: अल्ट्रा शॉर्ट ड्यूरेशन फंड्स को अपेक्षाकृत सुरक्षित माना जाता है क्योंकि वे कम अवधि की डेट सिक्योरिटीज़ में निवेश करते हैं. हालांकि, हर डेट फंड की तरह, इनमें भी ब्याज दर और क्रेडिट रिस्क शामिल होते हैं. फिर भी, ये रिस्क आमतौर पर इक्विटी फंड्स की तुलना में काफी कम होते हैं.

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म्युचुअल फंड सही है !

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